बैकुंठपुर में राजद में उठा ‘पोस्टर बवाल’, दो खेमों की लड़ाई ने पकड़ा तूल
बैकुंठपुर (गोपालगंज)।3 अगस्त को राजद नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की बैकुंठपुर सभा के दौरान पार्टी के अंदरूनी विवाद ने जोर पकड़ लिया। कार्यक्रम की औपचारिक मेजबानी भले ही क्षेत्रीय विधायक प्रेम शंकर यादव द्वारा आयोजित ‘मैं बहन सम्मान’ कार्यक्रम के तहत की गई थी, लेकिन सभा स्थल पर वरिष्ठ राजद नेता एवं तेजस्वी के करीबी माने जाने वाले प्रदीप यादव का मजबूत प्रभाव दिखा।कार्यक्रम से एक रात पहले बैकुंठपुर में लगाए गए प्रदीप यादव के बैनर-पोस्टर अज्ञात लोगों द्वारा फाड़ दिए गए। इसके बाद प्रदीप यादव ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर नाराजगी जाहिर की, जिससे मामला गर्मा गया। तेजस्वी यादव के पहुँचने पर प्रदीप यादव हजारों समर्थकों के साथ मंच तक पहुँचे और पूरे प्रकरण की जानकारी दी। तेजस्वी ने उन्हें उचित आश्वासन देने के साथ-साथ थावे के प्रसिद्ध ‘घी छाना प्रसाद’ की प्रक्रिया का जिक्र करते हुए स्थिति को संभालने की कोशिश की।हालांकि, इस घटनाक्रम ने बैकुंठपुर में राजद के भीतर दो गुटों की स्पष्ट लड़ाई को उजागर कर दिया है — एक तरफ वर्तमान विधायक प्रेम शंकर यादव का खेमा, तो दूसरी ओर लोकप्रिय होते प्रदीप यादव का प्रभाव। माना जा रहा है कि यह टकराहट आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट दावेदारी की जंग का शुरुआती संकेत है।पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदीप यादव की बढ़ती पकड़ और जनाधार से मौजूदा विधायक खेमा पूरी तरह सतर्क हो गया है। इस पोस्टर-कटिंग विवाद को राजद संगठन ने भले ही सामान्य घटना बताया हो, मगर स्थानीय राजनीति में यह 2025 के टिकट की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है।
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