अमनौर विधानसभा सीट पर इस बार चुनावी जंग बेहद दिलचस्प होने जा रही है। यहां से प्रशांत किशोर की टीम के युवा चेहरे उज्जवल सिंह को टिकट लगभग फाइनल माना जा रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि अगर वे चुनाव जीतते हैं तो अमनौर को इतिहास में पहली बार राजपूत विधायक मिलेगा।उज्जवल सिंह की लोकप्रियता सिर्फ अपने जाति वर्ग तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्होंने वर्षों तक ग्राउंड जीरो पर रहकर हर समाज और तबके के लोगों के बीच पकड़ बनाई है। शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे मुद्दों पर लगातार सक्रिय रहने की वजह से उनका जनाधार लगातार मजबूत हुआ है।राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि उज्जवल सिंह को प्रशांत किशोर का पूरा आशीर्वाद मिला हुआ है और यही वजह है कि टिकट पर किसी तरह का संशय नहीं है। क्षेत्र के लोग भी मानते हैं कि बरसों से बाहर रहकर पसीना बहाने वाले इस युवा नेता का संघर्ष अब रंग लाने वाला है।अमनौर में अब तक यादव और भूमिहार समाज की पकड़ मजबूत मानी जाती रही है, लेकिन इस बार समीकरण बदलते दिख रहे हैं। सभी जाति वर्गों से समर्थन मिलने की वजह से उज्जवल सिंह विपक्षियों के लिए कड़ा मुकाबला पेश करने वाले हैं।चुनावी माहौल में अब यह सीट पूरे बिहार की निगाहों में है कि क्या अमनौर से पहली बार राजपूत समाज का कोई चेहरा विधानसभा तक पहुंचेगा।
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