मुखिया से मंत्री पद तक: मंटू सिंह पटेल की प्रेरक राजनीतिक यात्रा।समय बदला, हालात बदले, राजनीतिक ताकत बदली, लेकिन अगर कुछ नहीं बदला, तो वह है मंटू सिंह पटेल का समाज और जनसेवा के प्रति समर्पण। खुद के दम पर बिहार की राजनीति में एक मजबूत पहचान बनाने वाले मंटू सिंह पटेल आज कुर्मी समुदाय के एक प्रमुख नेता के रूप में स्थापित हो चुके हैं। हाल ही में उन्होंने पटना के मिलर स्कूल में कुर्मी एकता रैली का सफल आयोजन किया, जिसमें समाज के 35 से अधिक संगठनों ने एक मंच पर आकर अपनी एकजुटता दिखाई। इस आयोजन की सफलता ने यह स्पष्ट कर दिया कि कुर्मी समाज मंटू सिंह पटेल को एक सशक्त नेतृत्वकर्ता के रूप में देखता है। इसी विश्वास और समर्थन का परिणाम है कि आज उन्हें बिहार मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
राजनीतिक सफर:
छपरा जिले के अमनौर विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान में भाजपा विधायक मंटू सिंह पटेल ने 2010 में जदयू के टिकट पर पहली बार चुनाव जीतकर राजनीति में बड़ी पहचान बनाई। सारण प्रमंडल के वरिष्ठ राजपूत नेता प्रभुनाथ सिंह का उन्हें समर्थन प्राप्त था, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उन्हें शुरू से पसंद करते रहे हैं। इसके अलावा, सारण के सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी के भी वे करीबी माने जाते हैं।
मंटू सिंह पटेल की यह यात्रा उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो राजनीति में बिना किसी गॉडफादर के, अपने परिश्रम और जनता की सेवा के बल पर सफलता प्राप्त करना चाहते हैं। अपने समाज और क्षेत्र के सुख-दुख में सहभागी बनने की उनकी भावना ने उन्हें जनप्रिय नेता बनाया है। उनकी व्यवहार कुशलता और समाज को संगठित करने की उनकी निष्ठा ने उन्हें आज इस मुकाम तक पहुँचाया है।
समर्थकों में खुशी:
मंत्री बनने के बाद उनके आवास पर उमड़ी भीड़ इस बात का प्रमाण है कि यह पद सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि उनके समर्थकों और समाज के लिए भी गर्व का विषय है। मंटू सिंह पटेल की सफलता से उनके चाहने वालों में जबरदस्त उत्साह है, और यह साफ दर्शाता है कि जनता ने उन्हें हमेशा अपने साथ खड़ा पाया है। उनका यह सफर बिहार की राजनीति में दृढ़ इच्छाशक्ति, परिश्रम और समाज सेवा के महत्व को दर्शाता है।
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Mantu Singh Patel Fan Club Krishan Kumar Mantoo
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