Ticker

6/recent/ticker-posts

साहित्य के बिना समाज अधूरा :विकास वैभव

पटना से अनूप नारायण सिंह की रिपोर्ट
पटना। बिहार की राजधानी पटना में बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के प्रांगण में सुभद्रा कुमारी चौहान की जयंती सह पुस्तक लोकार्पण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे चर्चित आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने कहा कि सभ्य और समृद्ध समाज के लिए साहित्य का जीवित रहना भी जरूरी है उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में क्रांतिकारियों के साथ ही साथ सुभद्रा कुमारी चौहान जैसी  कवित्रीयों ने भी अपने साहित्य के माध्यम से युवाओं में जोश भरा। उन्होंने कहा कि आइए मिलकर प्रेरित करें बिहार अभियान के माध्यम से वे पूरे बिहार को समृद्ध बनाने के प्रयास में लगे हैं और लोगों का सार्थक सहयोग मिल रहा है इसमें समाज के सभी वर्गों के लोग जुड़े हैं तथा अपना सार्थक योगदान दे रहे हैं इस अवसर पर उन्होंने गुजरात चैप्टर के प्रमुख तथा उद्यमिता को लेकर राष्ट्रीय फलक पर काम कर रहे मोहन झा की भी चर्चा की और कहा मोहन जैसे लोग ही बिहार के सच्चे सपूत हैं जो गुजरात में रहकर बिहार में उद्यमिता के क्षेत्र में न सिर्फ काम कर रहे हैं बल्कि हजारों लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित भी किया है।सुभद्रा कुमारी चौहान के जयंती के अवसर पर ज्योति झा के पुस्तक का लोकार्पण

स्वाधीनता संग्राम में अपनी कविताओं के माध्यम से जोश भरने वाली कवित्री सुभद्रा कुमारी चौहान की जयंती आज बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रांगण में मनाया गया इस अवसर पर लेखिका ज्योति झा की पुस्तक बिहार स्पेक्ट्रम का अनावरण भी किया गया इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि श्री विकास वैभव आईपीएस पुलिस महा निरीक्षण रुपाश्री संस्थापक निदेशक मदर टच देवघर श्रीमती अर्चना त्रिपाठी तथा मुख्य समन्वयक लेट इंस्पायर बिहार गुजरात चैप्टर मोहन कुमार झा बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ अनिल सुलभ डॉक्टर शंकर प्रसाद कृष्णा रंजन सिंह डॉक्टर शिवांश पांडे उपस्थित थेओ

Post a Comment

0 Comments