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रणजी ट्रॉफी फाइनल (प्लेट ग्रुप) के एतिहासिक क्षण का गवाह बनेगा बिहार: बीसीए

पटना से अनूप नारायण सिंह की रिपोर्ट
पटना: वर्ष 2018 में बिहार को रणजी समेत सभी फ़ार्मेट में खेलने की मान्यता मिलने के बाद आज बिहार प्लेट ग्रुप रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुँच गया है, यह सभी बिहार वासियों के लिए गर्व और हर्ष का विषय है। ये बातें सोमवार को बीसीए के द्वारा मोइनुल हक स्टेडियम, पटना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बीसीए के महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सुनील कुमार सिंह ने कही। श्री सिंह ने कहा कि हम सब सूबे बिहार की ओर से बीसीसीआई को धन्यवाद देते है, की इस एतिहासिक मैच की मेजबानी बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को दी है।

संवाददाता सम्मेलन की शुरुआत करते हुए बीसीए के सी ई ओ मनीष राज ने बताया की इस प्लेट ग्रुप में पहली बार इस प्रकार का अवसर दिया गया, जिस अवसर को अपनी खेल कुशलता और सही रणनीति के बदौलत हमारी टीम ने अपने पक्ष में करने का कम किया औयर आज हम फाइनल खेलने जा रहे है। बीसीसीआई के सीनियर सेलेक्सन कमेटी के सदस्य भी इस फाइनल मैच में खिलाड़ियों की प्रतिभा का आकलन करने के लिए मौजूद रहेंगे।   इस मैच के लिए की गई तयारियों के बारे में महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन सुनील कुमार सिंह और महाप्रबंधक (प्रशासन) नीरज सिंह  बताएँगे।

सुनील सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में आगे बताया गया कि बिहार में उपलब्ध संसाधन के बदौलत हमारी टीम इस मुकाम तक पहुंची है, इसके लिए हम बिहार टीम के सभी खिलाड़ी और स्पोर्ट स्टाफ की प्रशंसा करते है, और शुभकामना देते हैं की बिहार की टीम फाइनल में जीत को पक्की करे।

संवाददाता सम्मेलन में कहा गया कि बिहार की टीम अपने खिलाड़ियों के खेल के कारण आज यहाँ तक की सफलता प्राप्त की है, हमारे यहाँ किसी भी प्रो प्लेयर को इस बार टीम में जगह नहीं दी गई है।

आगामी सीजन में जब बिहार की टीम इलिट ग्रुप में रणजी खेल रही होगी तो कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ेगा, जिसकी तैयारी हम सब सीजन समाप्त होने बाद हीं प्रारम्भ कर देंगे। आगामी सीजन की तैयारियों पर चर्चा करते हुए बताया गया कि बिहार में उपलब्ध टर्फ विकेट को स्तरीय मैचों के अनुरूप तैयार करना, सभी आयु वर्ग के महिला और पुरुष खिलाड़ियों को घरेलू मैच के अलावा नियमित मैच प्रेक्टिस देना, बल्लेबाजों, गेंदबाजों और विकेट कीपरों के लिए कैंप का आयोजन करना आदि किया जाएगा।    

फरवरी के प्रारम्भ से हीं हमारा घरेलू मैच प्रारम्भ हो रहा है, जिसमें खिलाड़ियों को स्तरीय वातावरण में अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा।

जबकि नीरज सिंह ने बताया की नकारात्मक शक्तियों के लगातार विरोध के वावजूद हम लोग सफल हो रहें है, बिहार क्रिकेट सुनहरे भविष्य की ओर बढ़ रही है, और भविष्य में हमारे खिलाड़ी राष्ट्रीय- अंतराष्ट्रीए फ़लक पर बिहार का परचम लहराते हुए दिखेंगे।

आदित्य वर्मा के द्वारा लगाए गए आरोप पर जवाब देते हुए पूर्वी चंपारण जिला क्रिकेट संघ के सचिव ज्ञानेश्वर गौतम ने कहा की इनका बेटा टीम में नहीं है, तो बीसीए के पदाधिकारी भ्रष्ट है, टीम में है तो बीसीए एकदम सही कम कर रही है। वैसे अदित्या वर्मा न तो बीसीए से जुड़े हुए है, और नहीं तो इनका किसी तरह का कोई संबंध है बीसीए  से। ये एक  विवादित और  नकारात्मक व्यक्ति हैं, सकारात्मक्ता से इनका कोई संबंध नहीं है, एक भी उदाहरण नहीं है, की इनहोने जमीनी स्तर पर बिहार के क्रिकेटरों के लिए कोई काम किया होगा। श्री गौतम ने बताया आगामी सीजन बिहार के खिलाड़ियों के  लिए स्वर्णिम कल होगा, क्योकि घरेलू मैच हो रहे है, प्र्तिभा आकलन जमीनी स्तर पर होगा, मेरा तो स्पष्ट मानना है की जिसका बल्ला बोलेगा वही क्रिकेट खेलेगा।

इस संवाददाता सम्मेलन में बीसीए के पूर्व संयुक्त सचिव शंकर देव चौधरी ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को मिली इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की, और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाए दी।

 

इस मैच के सफल आयोजन के लिए बीसीसीआई के रेफरी सत्यजीत सतभाई, बीसीसीआई पैनल के अंपायर ए नन्द किशोर और के श्रीनिवासन , ऑनलाइन स्कोरर दीपक सेट्ठी मैनुअल स्कोरर नितीस कुमार, वीडियो एनालिस्ट अभिषेक कुमार और जूनियर वीडियो एनालिस्ट गुलशन को नियुक्त किया गया है। बीसीए के द्वारा बीसीसीआई के मैच आफिसियल के लिए अविनाश शुक्ला को और  मणिपुर टीम के लिए रूपक कुमार को एल ओ बनाया गया है।

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