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युवराज सुधीर सिंह ने की सरकार से मृतकों के शव वापस लाने और अविलंब मुआवजा देने की मांग

छपरा जिले के तरैया विधानसभा के चैनपुर खराठी गांव के आधा दर्जन मजदूरों की मुंबई में इमारत ढहने से हुई मौत के बाद महाराजगंज के पूर्व राजद सांसद प्रभुनाथ सिंह के भतीजे व तरैया से निर्दलीय प्रत्याशी रहे युवराज सुधीर सिंह ने राज्य सरकार से सभी मृतकों के शव को अंतिम संस्कार के लिए तरैया लाने मृतक के परिजनों को अविलंब उचित मुआवजा देने दोषियों पर अपराधिक मुकदमा चलाने की मांग की है। तरैया में पत्रकारों से बातचीत करते हुए युवराज सुधीर सिंह ने कहा कि घटना बेहद मर्मआहत करने वाली है।रोजी रोजगार के अभाव में क्षेत्र के हजारों युवा विभिन्न प्रदेशों में मेहनत मजदूरी करने जाते हैं पर उनकी सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं एक आदमी की कमाई पर पूरा परिवार चलता है अगर उसकी मौत हो जाए तो उसके घर को कोई देखने वाला नहीं होता। उन्होंने कहा कि पूरा तरैया विधानसभा क्षेत्र उनका परिवार है संकट की इस घड़ी में जो कुछ भी संभव है वे अपने स्तर से पीड़ित परिवारों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद कोई भी प्रशासनिक अधिकारी अभी तक पीड़ित परिवारों से मिलने नहीं गया है। उन्होंने कहा कि वह बिहार के  सरकार और प्रशासन से मांग करते हैं कि पीड़ित परिवारों को अविलंब राहत सहायता उपलब्ध करवाई जाए मृतकों के शव को अंतिम संस्कार के लिए उनके गांव तक लाया जाए जिस ठेकेदार के माध्यम से यह लोग मुंबई में काम कर रहे थे उस पर अपराधिक मुकदमा चलाया जाए तथा सभी परिवारों के भरण-पोषण के लिए उचित मुआवजा उससे भी वसूला जाए।
युवराज सुधीर सिंह ने कहा कि अगर बिहार में रोजी रोजगार का अवसर होता तो लोग दूसरे प्रदेशों में नहीं जाते। सर्व विदित हो कि मुंबई के कुर्ला स्थित नेहरू नगर में बदहाल चार मंजिली इमारत के ढहने से उसके मलबे में दबकर सारण के छह मजदूरों की मौत हो गयी जबकि एक अब भी लापता है। मरने वालों में तीन सगे भाई भी शामिल हैं। चर्चा है कि लापता एक की भी मौत हो चुकी है और शव मलवे में दबा है।सोमवार की देर रात हुई इस घटना की सूचना सारण जिले के तरैया प्रखंड के चैनपुर खरांटी में जैसे ही मिली कोहराम मच गया। गांव में अफरातफरी की स्थिति मची हुई है। परिजनों की चीख पुकार से माहौल मातमी है। तरैया से एक साल के अंदर अलग-अलग अंतराल पर दस युवक मजदूरी करने मुम्बई गए थे। इसमें छह की मौत हो गयी और एक लापता है। मृतकों में चैनपुर खराटी गांव के भोला बांसफोर का 25 वर्षीय पुत्र अजय बांसफोर, जयनारायण मांझी का 24 वर्षीय पुत्र बिनोद मांझी, राजवाड़ा गांव निवासी केवल राम का 27 वर्षीय पुत्र महेश राम और रामाधार मांझी का पुत्र राहुल पासवान, बिरजू पासवान व पप्पू पासवान शामिल हैं। लालीन्द्र बांसफोर का पुत्र गुडू बासफोर लापता हैं। इस घटना में गंभीर रूप से घायल चैनपुर खरांटी के संजय मांझी, चैत बांसफोर व अखिलेश मांझी का उपचार चल रहा है जिनकी हालत नाजुक बतायी जाती है।मंगलवार की सुबह में ही इस मनहूस खबर की सूचना मुंबई में रहने वाले एक ग्रामीण ने दी। उसके बाद से सभी अपने परिजनों को फोन लगाने लगे पर जब कोई जवाब नहीं मिला तो चिंता सताने लगी। अनहोनी की आशंका से सभी सहम उठे। तबतक मौत की सूचना आने लगी। सभी घरों में रोना-बिलखना शुरू हो गया। आसपास के ग्रामीण व अन्य लोग दरवाजे पर जुटना शुरू हो गये।

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