Ticker

6/recent/ticker-posts

बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव के बहाने जीवन कुमार ने दिखाई अपनी ताकत?

पटना। आरा के जगदीशपुर में आयोजित बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव कार्यक्रम को लेकर एक चेहरा एकाएक बिहार की राजनीति में छा गया चेहरे का नाम है जीवन कुमार पटना के सड़कों से लेकर जगदीशपुर तक के होर्डिंग बैनर में सबसे ज्यादा जो चेहरा नजर आया वह है जीवन कुमार का जीवन कुमार भाजपा के पुराने कार्यकर्ता है तथा हिंदू जागरण मंच से जुड़े हुए हैं पटना जिला के बिहटा से सटे परेव गांव के निवासी है इनकी पत्नी ज्योति सोनी पटना जिला परिषद की अध्यक्ष रह चुकी है मनेर विधानसभा क्षेत्र में इनका खासा प्रभाव है।कार्यक्रम में सबसे लंबा साढ़े पांच किलोमीटर का गाड़ियों का काफिला जीवन कुमार के नाम ही रहा पालीगंज मनेर और बिक्रम विधानसभा क्षेत्र से आए बीस हजार कार्यकर्ताओं के नाश्ता पानी की व्यवस्था भी जीवन कुमार ने की थी।जीवन कुमार की लोकप्रियता का आलम था कि सबसे ज्यादा गाड़ियों के काफिले के साथ ही साथ भीड़ भी उन्हीं की तरफ से इकट्ठी की गई थी। पार्टी की तरफ से उनके बैठने की व्यवस्था वीआईपी लॉज में थी पर जीवन कुमार तपती दुपहरी में अपने कार्यकर्ताओं के साथ तिरंगा थामें नजर आए।रैली में शामिल होने आए लोगों के लिए उनके तरफ से जगह-जगह शरबत पानी की भी व्यवस्था की गई थी। सूत्र बताते हैं कि जीवन कुमार मनेर विधानसभा क्षेत्र से अभी से ही पार्टी आलाकमान के निर्देश पर तैयारी में जुट गए है वे स्वर्णकार जाति से आते हैं तथा इस जाति में भी इनकी गहरी पैठ है।पटना जिला केबख्तियारपुर 
बिक्रम विधानसभा पालीगंज विधानसभा मनेर विधानसभा आरा जिला बड़हरा विधान सभा 
 संदेश विधानसभा बक्सर जिला से भी लोग जीवन कुमार के समर्थन में आए थे।आरएसएस परिवार से बहुत पहले से इनका जुड़ा व रहा है।1992 से लेकर करीब 2002 तक इनके पटना जिले के परेव   गांव में आरएसएस का शाखा चलाने का काम किया है ।बाल स्वयं सेवक के रूप में करीब 10 साल इन्होंने पटना जिला में समय दिया है । बिहटा के सटे परेव  गांव जहा पीतल का काम होता है वही उनका लालन पालन हुआ 1998 में आईआईएसएम धनबाद से आईआईटी ऊतीर्ण होने के बाद सामाजिक सेवा में पूरी तरह से अपने स्व बिजनस के अलावा पूरी तरह से अपना सामाजिक सेवा में लग गए ।इस दौरान कई कार्यक्रम में उनकी प्रमुख सहभागिता रही है जैसे कैलाश पति मिसरा द्वारा आयोजित 1999के जुलाई में कारगिल युद्ध के दौरान फंड कलेक्शन।आडवाणी जी की अंतिम यात्रा में उनकी सहभागिता पूरी तरह से पूरे भारत में चर्चा का विषय रहा था ।उन्होंने पीतल का तोरण द्वार बनाए जाने के साथ उनके स्वागत में पीतल का कमाल का फुल भी उन्होंने आडवाणी जी को दिया था । उस दौरान  सहनावाज और रविशंकर बाबू भी कार्यक्रम में साथ थे । उस वक्त मिथिलेश तिवारी जी कार्यक्रम के प्रमुख सयोजक थे । उस वक्त उनके  साथ राजेंद्र गुप्ता जी जो आज एमएलसी हैं वो भी थे ।

Post a Comment

0 Comments