दिल्ली के अपोलो अस्पताल में रविवार को आधी रात के बाद तकरीबन 12:30 बजे अंतिम सांस ली. जदयू सांसद लंबे समय से बीमार चल रहे थे.किंग महेंद्र की उम्र तकरीबन 81 साल की थी.बिहार के जहानाबाद के गोविंदपुर गांव के रहने वाले हैं महेंद्र प्रसाद सिंह,जो किंग महेंद्र के नाम से भी जाने जाते थे,का कारोबार कई देशों में फैला हुआ है.वह एक साल के भीतर 84 देशों का भ्रमण करने वाले व्यक्ति रहे हैं.1985 से लगातार राज्यसभा सदस्य रहे किंग महेंद्र की गिनती देश के दूसरे सबसे अमीर सांसदों में होती रही है.1980 में जहानाबाद से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव जीतकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले किंग महेन्द्र ने समय-समय पर अपनी राजनीतिक रसूख का परिचय दिया है. 1984 में जब वो चुनाव हार गये.इसके बाद जनता को किंग महेंद्र की पहुंच और ताक़त का एहसास तब हुआ,जब वह राष्ट्रपति द्वारा राज्यसभा के लिए नॉमिनेट कर लिये गये.इसके बाद चाहे लालू प्रसाद की सरकार रही हो या नीतीश कुमार की,किंग महेंद्र राज्यसभा के लिए चुने जाते रहे।
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